दिल्ली। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की ओर से एक निजी मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण के लिए प्रस्तावित कानून को लेकर विवाद छिड़ गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बेटी की शादी जिस परिवार में हुई है, उसके द्वारा इस कॉलेज का संचालन होता है और बीते कुछ सालों में यह आर्थिक संकट में घिर गया है। ऐसे में सरकार की ओर से प्रस्तावित कानून को हितों के टकराव और रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने वाला बताया जा रहा है। विपक्ष ने इस पर तीखा हमला बोला है। यहां तक कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर बघेल पर तंज कसा है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया, ‘भूपेश बघेल अपने दामाद का निजी महाविद्यालय बचाने के लिए उसे सरकारी कोष से खरीदने की कोशिश में हैं। प्रदेश की राशि का उपयोग अपने दामाद के लिए वो भी एक ऐसा मेडिकल कॉलेज जिस पर धोखाधड़ी के आरोप मडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा लगाए गए थे। कौन बिकाऊ है और कौन टिकाऊ, इसकी परिभाषा अब साफ है।’ दरअसल प्रदेश सरकार एक ऐसा बिल लाने की तैयारी में है, जिससे दुर्ग में स्थित चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण किया जाएगा। इस कॉलेज का मालिकाना हक एक अनलिस्टेड प्राइवेट कंपनी चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल हॉस्पिटल के पास है।
छत्तीसगढ़ से और
दामाद के रिश्तेदारों के कॉलेज के अधिग्रहण पर घिरे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, सिंधिया ने कसा ‘बिकाऊ’ का तंज
पूर्व कांग्रेस नेता रहे हैं भूपेश बघेल के रिश्तेदार, उनके नाम पर ही बना है कॉलेज
चंदूलाल चंद्राकर कांग्रेस के नेता थे और 5 बार दुर्ग सीट से लोकसभा सांसद रहे थे। यही नहीं वह केंद्रीय मंत्री भी थे। 1995 में उनकी मृत्यु के बाद इस अस्पताल का निर्माण हुआ था और फिर मेडिकल कॉलेज बना था। फिलहाल इस अस्पताल के निदेशक मंगल प्रसाद चंद्राकर हैं। वह इस कंपनी में 4 फीसदी की हिस्सेदारी रखते हैं और कुल 59 स्टेकहोल्डर्स में से एक हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार की ओर से प्रस्तावित विधेयक में मेडिकल कॉलेज के तत्काल अधिग्रहण की जरूरत बताई गई है क्योंकि इसमें काफी छात्र पढ़ते हैं और आर्थिक संकट के चलते उनका भविष्य दांव पर है।
जनहित के नाम पर अधिग्रहण की तैयारी में सरकार
सरकार का कहना है कि अस्पताल की ओर से कॉलेज के अधिग्रहण की सिफारिश की गई है। सरकार की ओर से प्रस्तावित विधेयक में कहा गया है कि मेडिकल कॉलेज का तत्काल अधिग्रहण किया जाना जरूरी है और यह जनहित में होगा। विधेयक में कहा गया है कि कॉलेज पर जो भी देनदारी है, उसकी जिम्मेदारी चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल अस्पताल की ही होगी। प्रदेश सरकार की ओर से कॉलेज की चल और अचल संपत्ति का वैल्यूएशन कराया जाएगा और फिर उसका अधिग्रहण किया जाएगा।
क्या है कॉलेज संचालकों से सीएम भूपेश बघेल का रिश्ता
सीएम भूपेश बघेल की बेटी दिव्या बघेल की शादी क्षितिज चंद्राकर से हुई है, जो विजय चंद्राकर के बेटे हैं। विजय चंद्राकर के बड़े भाई मंगल प्रसाद चंद्राकर ही अस्पताल के संचालक हैं, जो कॉलेज पर मालिकाना हक रखता है। भूपेश बघेल ने 2 फरवरी को ही ट्वीट कर कॉलेज के अधिग्रहण का ऐलान कर दिया था, लेकिन विवादों में घिरने के चलते अब तक इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है।
भूपेश बघेल अपने दामाद का निजी महाविद्यालय बचाने के लिए उसे सरकारी कोष से खरीदने की कोशिश में हैं।प्रदेश की राशि का उपयोग अपने दामाद के लिए,वो भी एक ऐसा मेडिकल कॉलेज जिस पर धोखाधड़ी के आरोप मडिकल कौंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा लगाए गए थे।कौन बिकाऊ है और कौन टिकाऊ,इसकी परिभाषा अब साफ है!
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 27, 2021