केंद्र सरकार से चल रहे टकराव के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक यह बैठक चली है। पश्चिम बंगाल में चुनावी नतीजे आने के बाद यह पहला मौका है जब ममता बनर्जी से पीएम मोदी की वन टू वन मुलाकात हुई है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यंत्री ममता बनर्जी ने चुनावी रणनीतिकार कहे जाने वाले प्रशांत किशोर और कांग्रेस नेता कमलनाथ से भी मुलाकात की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के लिए ममता बनर्जी लोककल्याण मार्ग पहुंची थीं।
पीएम से हुई मुलाकात पर ममता बनर्जी ने कहा है कि यह एक सामान्य मुलाकात थी। न्यूज एजेंसी ‘ANI’ के मुताबिक इस मुलाकात में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कोविड-19 को लेकर पीएम मोदी से चर्चा की। ममता बनर्जी ने इस मुलाकात के बारे में कहा है कि इस दौरान उन्होंने राज्य के लिए अतिरिक्त वैक्सीन मांगा है। इसपर पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की सीएम को राज्य के लिए और वैक्सीन दिये जाने का भरोसा दिलाया है।
West Bengal CM @MamataOfficial called on PM @narendramodi. pic.twitter.com/KY8vEYmPwp
— PMO India (@PMOIndia) July 27, 2021
पीएम मोदी से इस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि पेगासस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिए। बता दें कि पेगासस जासूसी कांड को लेकर ममता बनर्जी शुरू से ही केंद्र सरकार पर हमलावर रही हैं। ममता बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एम बी लोकुर और कोलकाता हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज ज्योतिर्मयी भट्टाचार्य के नेतृत्व में एक कमीशन का गठन किया है जो पिछले दिनों कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों के फोन टैपिंग और हैकिंग के मामले की जांच करेगा। ममता की मोदी से मुलाकात ऐसे समय हुई है जब ममता पेगासस जासूसी विवाद और मीडिया हाउसेज पर रेड जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं।
बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी ने पेगासस जासूसी विवाद को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर देश को निगरानी वाला राष्ट्र बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया था। ममता ने विपक्षी दलों से कहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए सभी को साथ आना होगा। उन्होंने कहा था कि स्पाईवेयर का इस्तेमाल करके नेताओं, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों आदि को निशाना बनाने वाले कथित जासूसी प्रकरण का संज्ञान ले। बहरहाल, जानकारी के मुताबिक अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान ममता बनर्जी अभी कांग्रेस समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं।