ब्यावरा/राजगढ़:–आर्य समाज मंदिर जगात चौक में १०० वाँ वार्षिक उत्सव का 25 दिसंबर से शुभारंभ।
आर्य समाज मंदिर के प्रधान गोपाल अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि युग प्रवर्तक महर्षि दयानंद सरस्वती के सनातन वैदिक धर्म के पुनरुद्धार एवं संसार परोपकार हेतु आर्य समाज की स्थापना विक्रम संवत 1932 के चेत्र मास नव संवत्सर 7 अप्रैल १८५७ को की गई थी आर्य समाज एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक आंदोलन है महर्षि देव दयानंद के कार्यों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य ब्यावरा में आर्य समाज की स्थापना सन 1923 में की गई थी।जिसको 100 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं
इस उपलक्ष में आर्य समाज १०० वा वार्षिक उत्सव शताब्दी समारोह वर्ष 25 दिसंबर से 31 दिसंबर मना रहा हे इस अवसर पर आर्य जगत के प्रसिद्ध विद्वजनों के अमृतमय प्रवचन एवं भजनों, के माध्यम से भव्य संगीतमय श्री राम कथा की जाएगी एवं यजुर्वेद पारायण महायज्ञ किया जायेगा आर्य समाज ब्यावरा ने सभी आत्मिक स्वजनों से निवेदन किया है कि इस शताब्दी समारोह के कार्यक्रमों में सपरिवार एवं इष्ट मित्रों सहित पधार कर मानव जीवन को धन्य बनावे।