भारत और जापान के बीच हुए ये अहम करार, दोनों देशों ने चीन से सीमा विवाद पर भी की चर्चा

भारत और जापान के बीच हुए ये अहम करार, दोनों देशों ने चीन से सीमा विवाद पर भी की चर्चा

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India Japan Summit 2022: जापान में प्रधानमंत्री बेशक बदल गए हों लेकिन भारत और जापान के बीच संबंध पहले की तरह ही प्रगाढ़ हैं. शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत पहुंचे जापान के नए पीएम फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) का पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.

पीएम मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि भारत आज दुनिया के लिए मेक इन इंडिया के लिए असीम संभावनाएं प्रस्तुत करता है. इस संदर्भ में कई जापानी कंपनियां बहुत समय से भारत की ब्रांड राजदूत रही हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया अभी भी कोरोना के दुष्प्रभावों से जूझ रही है और वैश्विक अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने की प्रक्रिया में अभी भी काफी अडचनें हैं. इस मौके पर जापान ने निवेश प्रोत्साहन साझेदारी के तहत, भारत में 3,20,000 करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य की घोषणा की.

तीन समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh V Shringla) ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और जापानी प्रधानमंत्री किशिदा (Fumio Kishida) ने शनिवार को यूक्रेन पर अपने दृष्टिकोण का आदान-प्रदान किया. उन्होंने चल रहे संघर्ष और मानवीय संकट के बारे में गंभीरता व्यक्त की और इंडो-पैसिफिक के लिए व्यापक प्रभाव का आकलन किया. इस मौके पर तीन समझौते संपन्न हुए हैं. इनमें साइबर सुरक्षा पर सहयोग का एक ज्ञापन, सतत विकास के क्षेत्र में सहयोग का एक ज्ञापन और अपशिष्ट जल प्रबंधन पर सहयोग का समझौता शामिल है.

चीन मुद्दे पर भारत ने स्पष्ट किया स्टैंड

विदेश सचिव श्रृंगला ने कहा, ‘हमने यह स्पष्ट कर दिया कि जब तक शांति और सौहार्द के साथ सीमा पर सीमा के मुद्दों का समाधान नहीं होगा, हम (चीन के साथ) संबंधों को हमेशा की तरह सामान्य रूप से नहीं ले सकते. इस मुद्दे पर पड़ोसी देश के साथ हमारी वार्ता चल रही है और उसके नतीजों पर नॉर्मलसी डिपेंड करती है.’

विदेश सचिव ने कहा, ‘हमने कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य देखभाल, जल आपूर्ति और सीवेज के क्षेत्रों में आधिकारिक विकास सहायता के लिए 7 ऋण समझौते भी संपन्न किए.  दोनों पक्ष भारत में जापानी सेब के आयात और जापान को भारतीय आमों के निर्यात की योजना बनाने पर सहमत हुए.’

बुलेट ट्रेन पर काम कर रहे दोनों देश

बताते चलें कि जापान भारत में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है. भारत-जापान मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर पर ‘वन टीम-वन प्रोजेक्ट’ के रूप में काम कर रहे हैं. दोनों देशों के पीएम के बीच हुई वार्ता में आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने समेत वेश के कई मुद्दों पर बातचीत हुई.

 

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