प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजन, मुख्य अतिथि विधायक रामचंद्र दांगी ने की आयोजन की सराहना, सभी को दी महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं
ब्यावरा। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शहीद कॉलोनी के द्वारा महाशिवरात्रि पर्व गणेश मांगलिक भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा परमात्मा शिव की पूजा अर्चना व दीप प्रज्वलित करके की गई। सभी अतिथियों का फूल माला व बैज लगाकर स्वागत किया गया। कु. प्रियंका मेवाड़े ने स्वागत नृत्य की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक रामचंद्र दांगी, समाजसेवी डॉ. कैलाश मिश्रा, डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. डीके गुप्ता, एडीपीओ आशीष दुबे, अशोक दांगी, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष चंद्रकांत त्रिपाठी थे। सेवा केंद्र संचालिका ब्रम्हाकुमारी लक्ष्मी दीदी, तेजस्वी दीदी ने सभी अतिथियों के द्वारा परमात्मा का शिव का ध्वज लहराया। लक्ष्मी दीदी ने अंत में आध्यात्मिक उदबोधन दिया।
सभी ने झंडे के नीचे प्रतिज्ञा भी की इसके पश्चात सभी अतिथियों ने संस्था के कार्य को देखकर सभी ने सराहा और कहा कि परमात्मा ने हमें नहीं जीवन जीने की राह दिखाई। कार्यक्रम का संचालन मुकेश सेन ने किया जबकि आभार प्रेम शंकर शाक्यवार ने माना।
आज से बुराइयों को त्याग दें-
ब्रम्हाकुमारी लक्ष्मी दीदी ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि शिवरात्रि का अर्थ ही है कि परमात्मा इस कलयुग रूपी रात ने हम सभी आत्माओं को अज्ञान नींद से जगाने आए हैं। अर्थात ज्ञान के तीसरा नेत्र प्रदान कर रहे हैं। जिसे हम परमात्मा को अनुभव कर सकते हैं। किसी भी देवी देवताओं के लिए रात्रि शब्द नहीं लगाते लेकिन परमात्मा के लिए ही रात्रि शब्द क्यों लगाया। क्योंकि सचमुच यह कलयुग का अंधकार है। अज्ञान का सूरज चमक उठा है। परमात्मा हमें संदेश दे रहे हैं कि हे मनुष्य आत्माएं अब समय बहुत थोड़ा है आज हर मनुष्य के अंदर यह तीन शक्तियां हैं। समय, संकल्प, स्वास। इसे जितना हो सके दया प्रेम और उपकार का कार्य कर अपनी इन तीनों शक्तियों को ईश्वर अर्थ कार्य में लगाएं और अपने अंदर की बुराइयों को आज महाशिवरात्रि के उपलक्ष में पुष्प के रूप में समर्पित कर दें। एक नए जीवन की शुरुआत करें। उन्होंने मेडिटेशन भी कराया अंत में अंत में परमात्मा के घर से सभी अतिथियों को ईश्वरीय सौगात तथा आज का महा प्रसादी दिया गया और सभी आए हुए नगर के गणमान्य शिव की पूजा अर्चना कर सभी ने प्रसाद ग्रहण किया।