नई दिल्ली:–प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें कई अहम फैसले लिए गए हैं. जिनमें मुफ्त अनाज वाली सभी योजनाओं को सरकार ने अब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में ही शामिल कर लिया है.पहले गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों के लिए अंत्योदय अन्न योजना और ऐसी ही दूसरी योजनाएं चल रही थीं, जिनके जरिए गरीबों को मुफ्त राशन दिया जाता है. अब एक जनवरी से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत ही देशभर के गरीबों को राशन दिया जाएगा.
करीब 80 करोड़ गरीबों को फायदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में चर्चा के बाद मुहर लगाई गई. नई अन्न योजना की शुरुआत 1 जनवरी 2023 से की गई, देश के करीब 80 करोड़ गरीबों को इसका फायदा मिल रहा है. इस योजना के शुरू होने के बाद साल 2023 में प्राइमरी हाउसहोल्ड और अंत्योदय अन्न योजना के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त राशन दिया जाएगा. बताया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देशभर के गरीबों में राशन वितरण करने से पारदर्शिता आएगी और सभी राज्यों में एक जैसी व्यवस्था होगी. ये एकीकृत योजना गरीबों के लिए खाद्यान्न की पहुंच, सामर्थ्य और उपलब्धता के मामले में एनएफएसए 2013 के प्रावधानों को मजबूत करेगी। एक साल के लिए बढ़ाई गई थी योजना
इससे पहले दिसंबर 2022 में बताया गया था कि मोदी सरकार ने अन्न योजना को एक साल तक के लिए बढ़ा दिया है. यानी अगले एक साल तक गरीबों को मुफ्त अनाज की सुविधा मिलती रहेगी. बता दें कि साल 2020 में कोरोना लॉकडाउन के बाद सरकार की तरफ से इस योजना को लागू किया गया था, जिसके तहत गरीबों को 5 किलो मुफ्त राशन मुहैया कराया जाता है. हालांकि पहले ये 10 किलो था, जिसे अब कम किया गया है।